BJP ने राम माधव को ‘मिशन कश्मीर’ पर क्यों लगाया, रणनीति समझिए

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  • वर्तमान में राम माधव इंडिया फाउंडेशन नामक थिंक टैंक के अध्यक्ष हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए तीन चरण में चुनाव होंगे. 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे और चार अक्टूबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे.

नई दिल्ली:भाजपा ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर कार्यवाह राम माधव को जम्मू-कश्मीर का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना से पार्टी अध्यक्ष जी किशन रेड्डी को भी जम्मू-कश्मीर का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है।

  • जम्मू-कश्मीर के प्रभारी का पद संभालते ही राम माधव एक बार फिर सक्रिय राजनीति में लौट आए हैं। जेपी नड्डा ने राम माधव को नियुक्त किया पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने माधव और रेड्डी को जम्मू-कश्मीर का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है।
  • इसमें कहा गया है कि यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी। इस वजह से दी गई यह जिम्मेदारी सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में माधव की वापसी पर भाजपा के शीर्ष नेताओं ने चर्चा की थी और उन्हें लगा कि पार्टी को इस क्षेत्र के प्रभारी के तौर पर उनके अनुभव का लाभ उठाना चाहिए। जम्मू-कश्मीर में पहले भी निभा चुके हैं अहम भूमिका
  • राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भाजपा में आए राम माधव जम्मू-कश्मीर में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं।
  • 2014-19 के दौरान भाजपा और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की गठबंधन सरकार बनाने में उनकी भूमिका अहम मानी जाती है। इस गठबंधन सरकार में मुफ्ती मोहम्मद सईद मुख्यमंत्री बने और भाजपा को उपमुख्यमंत्री का पद मिला।
  • 2019 में देश में हुए आम चुनावों में भाजपा की जीत के बाद जब नड्डा को अध्यक्ष बनाया गया तो उन्होंने माधव को राष्ट्रीय पदाधिकारियों की टीम में शामिल नहीं किया।

18 सितंबर से होंगे विधानसभा चुनाव :

  • वर्तमान में माधव इंडिया फाउंडेशन नामक थिंक टैंक के अध्यक्ष हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए तीन चरण में चुनाव होंगे. 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे जबकि नतीजे चार अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. इस पूर्ववर्ती राज्य में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद लगभग एक दशक बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं.

90 सीटों पर तीन चरण में होंगे चुनाव :

  • जम्मू-कश्मीर में पहले चरण में 24 सीटों पर जबकि दूसरे और तीसरे चरण में क्रमशः 26 और 40 सीटों पर मतदान होगा. जम्मू-कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव 2014 के नवंबर-दिसंबर में पांच चरणों में हुआ था. तब यह एक राज्य था और लद्दाख इसका हिस्सा था.

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